दुनियाभर में वायु-गुणवत्ता का डाटा जुटाने वाले स्विस समूह ‘आईक्यू एयर’ की रीडिंग के अनुसार, सुबह 8 बजे काठमांडो में पार्टिकुलेट मैटर प्रदूषण (पीएम 2.5) स्तर 241 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर था।
प्रदूषित धुंध की पतली परत ने काठमांडो के वातावरण को ढक दिया है। इस कारण हिमालयी देश की राजधानी की वायु गुणवत्ता में बड़ी गिरावट आई है और यह दुनिया में सबसे खराब एक्यूआई (वायु गुणवत्ता सूचकांक) वाला शहर बन गया है।
दुनियाभर में वायु-गुणवत्ता का डाटा जुटाने वाले स्विस समूह ‘आईक्यू एयर’ की रीडिंग के अनुसार, सुबह 8 बजे काठमांडो में पार्टिकुलेट मैटर प्रदूषण (पीएम 2.5) स्तर 241 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर था। सुबह 10 बजे तक यह बढ़कर 258 पर पहुंच गया।
हवाईअड्डे की दृश्यता घटी
बढ़ते प्रदूषण स्तर के कारण दृश्यता में गिरावट का असर बुधवार तड़के काठमांडो में हवाईअड्डे के परिचालन पर भी पड़ा। यहां दृश्यता घटकर 2000 मीटर रह गई। इस कारण हवाई जहाजों के उतरते और उड़ान भरते समय काफी सावधानी बरती जा रही है। इससे सेहत भी खराब हो रही है।