पाकिस्तान में बढ़ते आतंकी हमलों के बीच राष्ट्रपति आसिल अली जरदारी ने अफगानिस्तान को चेतावनी दी है। इसके साथ ही उन्होंने कश्मीर के अनसुलझे मुद्दे को अस्थिरता की मुख्य वजह बताया |
पड़ोसी देश पाकिस्तान के आर्थिक हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। बढ़ते राजनीतिक ध्रुवीकरण और आतंकी हमलों में हो रही बढ़ोतरी के बीच पाकिस्तान नकदी संकट से जूझ रहा है। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने यह बात खुले मंच से कही। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से अपील की है कि आपसी मतभेदों को दूर करें और भविष्य मेंं आने वाली समस्याओं के समाधान पर ध्यान दें।
मतभेद खत्म करने से निकलेगा हल- जरदारी
राष्ट्रपति जरदारी इस्लामाबाद स्थित परेड ग्राउंड में 84वें पाकिस्तान दिवस समारोह के दौरान सेना को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश के राजनीतिक दलों को अपने आपसी मतभेद खत्म करने होंगे। जरदारी ने बातों बातों में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के विरोध प्रदर्शन का जिक्र किया। आपको बता दें कि तोशखाना मामले में इमरान खान को 14 साल जेल की सजा सुनाई गई है। पाकिस्तान में मौजूद उनके समर्थक और पार्टी कार्यकर्ता लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।
अफगानिस्तान को दी चेतावनी
राष्ट्रपति जरदारी ने कहा कि पाकिस्तान अपने सभी पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध चाहता है। इस बीच उन्होंने चेतावनी दी कि पाकिस्तान किसी भी तरह की आक्रामकता बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने देश में बढ़ते आतंकवादी हमलों और पड़ोसी अफगानिस्तान के साथ तनाव का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हम अपने देश को अस्थिर करने वाले आतंकवादियों के प्रयासों को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
कश्मीर के मुद्दे पर क्या बोले जरदारी?
राष्ट्रपति ने कश्मीर के अनसुलझे मुद्दे को अस्थिरता की मुख्य वजह बताया। उन्होंने आग्रह किया कि इस विवाद को संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के अनुसार हल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लोग कश्मीरियों के संघर्ष में हमेशा उनके साथ खड़े रहेंगे। उधर भारत ने पाकिस्तान से साफ तौर पर कहा है कि जम्मू-कश्मीर हमेशा भारत का अभिन्न रहेगा |
हर मुश्किल का सामना करेगा पाकिस्तान- जरदारी
जरदारी ने कहा कि पाकिस्तान को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन नवनिर्वाचित सरकार इन चुनौतियों का समाधान करेगी। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि पाकिस्तान में एक लोकतांत्रिक सरकार का गठन हुआ है। अब सभी चुनौतियों से निपटना हमारी जिम्मेदारी है। पाकिस्तान में बढ़ते आतंकवाद पर राष्ट्रपति जरदारी ने कहा कि पाकिस्तान की सेनाएं किसी भी खतरे का डटकर मुकाबला कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तान के अभियानों को दुनिया ने स्वीकार किया है।