यूपी विधान परिषद की 13 सीटों के लिए हो रहे चुनाव में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के दस और सपा के तीन प्रत्याशियों ने सोमवार को नामांकन दाखिल किया। नामांकन के अंतिम दिन तक 13 सीटों पर 13 ही उम्मीदवारों के पर्चा भरने से सभी प्रत्याशियों का निर्विरोध निर्वाचन होना तय है।
भाजपा प्रत्याशी डॉ. महेंद्र सिंह, विजय बहादुर पाठक, अशोक कटारिया, संतोष सिंह, मोहित बेनीवाल, रामतीरथ सिंघल और धर्मेंद्र सिंह, सुभासपा के प्रत्याशी विच्छेलाल रामजी, रालोद प्रत्याशी योगेश चौधरी और अपना दल (एस) के कार्यकारी अध्यक्ष एवं प्रत्याशी आशीष पटेल भाजपा प्रदेश मुख्यालय से नामांकन दाखिल करने विधानमंडल दफ्तर पहुंचे। वहां से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी के नेतृत्व में निर्वाचन अधिकारी के कक्ष में पहुंचे। सभी ने नामांकन पत्र के दो-दो सेट निर्वाचन अधिकारी बृजभूषण दुबे को सौंपे।
इस अवसर पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, सहकारिता राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार जेपीएस राठौर, भाजपा प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला, सुभासपा अध्यक्ष एवं कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर, रालोद प्रदेश अध्यक्ष राम आशीष राय भी मौजूद थे। इससे पहले भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर एनडीए के सभी प्रत्याशियों का परिचय और अभिनंदन किया गया।
सपा प्रत्याशियों ने भी किया नामांकन
सपा प्रत्याशी बलराम यादव, गुड्डू जमाली और किरणपाल कश्यप ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में नामांकन किया। प्रत्याशी पार्टी मुख्यालय से अखिलेश यादव के नेतृत्व में नामांकन दाखिल करने पहुंचे।
14 तक नाम वापसी
मंगलवार को नामांकन पत्रों की जांच के बाद 14 मार्च तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। निर्वाचन अधिकारी बृहस्पतिवार को सभी 13 प्रत्याशियों के निर्विरोध निर्वाचन की औपचारिक घोषणा करेंगे।
संजय निषाद की अनुपस्थिति चर्चा में
एनडीए प्रत्याशियों के नामांकन में निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद नहीं पहुंचे। उनकी अनुपस्थिति भाजपा के नेताओं के बीच चर्चा का विषय रही। संजय निषाद लोकसभा चुनाव में एक सीट की मांग कर रहे हैं। वह कहते रहे हैं कि यदि उनकी पार्टी को एक सीट नहीं मिली तो उनके कार्यकर्ता नाराज हो जाएंगे।