22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हुए लगभग एक महीना होने जा रहा है, लेकिन अभी भी रामलला का दर्शन करने वालों की भीड़ कम नहीं हो रही है। रामलला के दर्शन के लिए प्रतिदिन लाखों लोगों की भीड़ आ रही है। इस भीड़ को देखते हुए योगी सरकार ने रामलला के मंदिर तक एक नया पथ बनाकर आवागमन के मार्ग को सुलभ करने का निर्णय लिया है। इसके लिए एक नया कॉरिडोर बनाया जाएगा। सुग्रीव पथ के नाम से बनाए जाने वाले इस कॉरिडोर की लंबाई 290 मीटर होगी। यह हनुमानगढ़ी और राम मंदिर परिसर के बीच भक्तों के आवागमन के लिए एक आयताकार सर्किट के रूप में बनाया जाएगा। इससे भक्तों को राममंदिर तक पहुंचने का मार्ग और ज्यादा सुलभ हो जायेगा।
श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुमान है कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद से प्रतिदिन लगभग दो से ढाई लाख श्रद्धालु रामलला का दर्शन करने आ रहे हैं। इससे लेकर आए दिन जाम की समस्या सामने आ रही है और लोगों को भगवान का दर्शन करने में भी परेशानी आ रही है। इसे देखते हुए योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अयोध्या में सुग्रीव पथ नाम से एक नए कॉरिडोर निर्माण पर कार्य करना प्रारंभ कर दिया है, जिससे भक्तों के लिए दर्शन को सुलभ बनाया जा सके।
11.81 करोड़ की लागत
जानकारी के अनुसार अयोध्या में हनुमानगढ़ी मंदिर से रामजन्मभूमि मंदिर तक बनने वाले सुग्रीव पथ पर लगभग 11.81 करोड़ की लागत आएगी, जिसमें से 5.1 करोड़ का उपयोग भूमि अधिग्रहण के लिए किया जाएगा। कॉरिडोर की चौड़ाई लगभग 17 मीटर होगी। पथ के पांच मीटर दोनों तरफ पैदल मार्ग के विकास के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। सुग्रीव पथ के निर्माण की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग को सौंपी गई है। लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता एसबी सिंह ने बताया कि सुग्रीव पथ के निर्माण के लिए पहले भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इसके बाद निर्माण कार्य प्रारंभ होगा।