लखीमपुर। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले के सिख किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने ग्राम प्रधान सुखदेव सिंह के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य सरदार परविंदर सिंह से भेंट की।
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किसानों के मध्य आजीविका का संकट
प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि, जिलाधिकारी लखीमपुर के द्वारा उनकी कृषि योग्य भूमि को जबरिया अधिग्रहित कर वन विभाग को सौंपी जाने का कार्य किया जा रहा है,जबकि वह वर्ष 1947 से आकर बस गए थे और उन्हें उपरोक्त भूमि कृषि कार्य हेतु आवंटित की गई थी, वह लगभग 75 वर्षों से खेती कर रहे हैं ।इसके बावजूद भी उपरोक्त भूमि को वन भूमि बताकर अधिकृत किया जा रहा है, जिससे हजारों किसानों के मध्य आजीविका का संकट बन गया है।
अधिकतर किसान सिख परिवारों से हैं
प्रतिनिधिमंडल का कहना था कि, लखीमपुर जिले के अधिकतर किसान सिख परिवारों से हैं, इसलिए जिला प्रशासन भेदभाव पूर्ण कार्रवाई करते हुए जमीनों को अधिकृत कर रहा है, जिस पर तत्काल रोक लगाए जाने की आवश्यकता है।
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अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य सरदार परविंदर सिंह ने किसानों की समस्याओं को सुना और आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि, वह किसानों की समस्याओं को माननीय मुख्यमंत्री जी के समक्ष रखेंगे एवं शीघ्र निदान कराएंगे।