उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पद के लिए पुष्कर सिंह धामी के नाम पर भारतीय जनता पार्टी ने मुहर लगा दी है. देहरादून में पार्टी इकाई की बैठक में फैसले के बाद पर्यवेक्षक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उपपर्यवेक्षक मीनाक्षी लेखी ने यह घोषणा की. नए सीएम की रेस में कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, सतपाल महाराज, पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, सांसद अनिल बलूनी शामिल थे. हालांकि विधायक दल की बैठक के बाद केंद्रीय पर्यवेक्षक और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री का ताजा पुष्कर सिंह धामी के सिर बांधा.
23 मार्च को देहरादून के परेड ग्राउंड में शपथ लेंगे
पुष्कर सिंह धामी ने राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (रि.) से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया. धामी 23 मार्च को देहरादून के परेड ग्राउंड में शपथ लेंगे. इस दौरान भव्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह के साथ ही भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी सम्मलित होंगे.
राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री पद के लिए पुष्कर सिंह धामी के नाम का ऐलान करते हुए कहा, उत्तराखंड में 6 माह के कार्यकाल में सीएम के रूप में धामी ने अपनी अलग ही छाप छोड़ी है. अब राज्य का दोबारा मुख्यमंत्री बनकर वह बहुआयामी विकास करेंगे.
20 साल के सफर में प्रदेश को मिले 11 मुख्यमंत्री
उत्तराखंड के 20 साल के इस सफर में प्रदेश को 11 मुख्यमंत्री मिले हैं। भाजपा ने सात मुख्यमंत्री दिए हैं, तो कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश को तीन मुख्यमंत्री दिए हैं। हालांकि, भाजपा शासन के पांच साल के कार्यकाल में पहली बार उत्तराखंड में तीन-तीन मुख्यमंत्री मिले हैं। सबसे खास बात यह है कि सभी मुख्यमंत्रियों में से सिर्फ कांग्रेस के पूर्व सीएम नारायण दत्त तिवारी ही अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा कर पाए थे।