लखनऊ। यूपी चुनाव के लिए दूसरे चरण की वोटिंग 14 फरवरी को होगी. प्रदेश के 9 जिलों की 55 सीटों पर जनता अपने वोट का इस्तेमाल करेगी. सहारनपुर, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, संभल, बरेली, बदायूं और शाहजहांपुर में वोट डाले जाएंगे.
147 प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज
इन सीटों पर कुल 586 उम्मीदवार लड़ रहे हैं. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 586 प्रत्याशियों में से 147 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें से 113 गंभीर आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं.
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113 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले
उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने चुनाव लड़ रहे 586 उम्मीदवारों में से 584 उम्मीदवारों के हलफनामों का अध्ययन किया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि, 584 उम्मीदवारों में से 147 (25 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं. 113 (19 प्रतिशत) ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं.
किस पार्टी के कितने उम्मीदवारों के खिलाफ दर्ज हैं मामले
समाजवादी पार्टी के 52 उम्मीदवारों में से 35 और कांग्रेस के 54 में से 23 उम्मीदवारों ने हलफनामों में अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं. इसी तरह बहुजन समाज पार्टी के 55 उम्मीदवारों में से 20, भारतीय जनता पार्टी के 53 में से 18, राष्ट्रीय लोक दल के तीन में से एक और आम आदमी पार्टी के 49 में से सात ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं.
इसके अलावा, सपा के 25, कांग्रेस के 16, बसपा के 15 और बीजेपी के 11 उम्मीदवार गंभीर आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं. रालोद के एक और आप के छह ने भी हलफनामे में अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं.
18 उम्मीदवारों ने ‘हत्या के प्रयास’ से संबंधित मामले बताए
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि, कम से कम छह उम्मीदवारों ने महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित मामले घोषित किए हैं और एक प्रत्याशी ने अपने खिलाफ हत्या (आईपीसी की धारा 302) से संबंधित मामले घोषित किए हैं. कुल 18 उम्मीदवारों ने ‘हत्या के प्रयास’ (आईपीसी की धारा 307) से संबंधित मामले बताए हैं.
586 उम्मीदवारों में से 260 करोड़पति
50 प्रतिशत से अधिक सीटें, 55 में से 29, रेड-अलर्ट निर्वाचन क्षेत्र हैं, जहां तीन या अधिक चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं. कुल उम्मीदवारों में से केवल 69, महिलाएं हैं. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 586 उम्मीदवारों में से 260 करोड़पति हैं.
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प्रमुख दलों में बीजेपी के 52, सपा के 48, बसपा के 46 और रालोद के दो उम्मीदवारों ने एक करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति घोषित की है. इसके अलावा कांग्रेस के 31 और आप के 16 उम्मीदवारों ने हलफनामे में एक करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति बताई है.