नई दिल्ली। नए साल की शुरुआत कल से होने जा रही है। साल 2022 की शुरुआत होते ही बैंक, ATM , Debit Card से सम्बंधित कई नियम बदल जाएंगे। इन नियमों में बदलाव का असर देश के करोड़ों लोगों पर पड़ेगा। आइये जानते हैं क्या क्या बदलाव होने वाला है।
ATM से कैश निकालने पर देना होगा ज्यादा चार्ज
जनवरी 2022 से एटीएम से मुक्त निकासी की लिमिट पार करने के बाद बैंक ₹20 प्रति ट्रांजैक्शन की जगह ₹21 प्रति ट्रांजैक्शन वसूलेगी। अभी सभी बैंक ग्राहकों को हर महीने 5 बार फ्री अपने एटीएम से पैसे निकालने की इजाजत देता है। मुक्त निकासी की लिमिट समाप्त होने के बाद पैसा निकालने पर बैंक पहले जहां ₹20 चार्ज करती थी, एक जनवरी से लिमिट क्रॉस करने के बाद ₹1 ज्यादा यानी 21 रुपया चार्ज करेगी।
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अभी दूसरे बैंक के एटीएम छह मेट्रो शहर में पैसा निकालने पर सिर्फ तीन ट्रांजैक्शन फ्री है। जिसमें फाइनेंसियल और नॉन- फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन शामिल है। गैर मेट्रो शहर में 5 ट्रांजैक्शन मुफ्त है। मेट्रो शहर में फाइनेंसियल ट्रांजैक्शन पर ₹20 प्रति ट्रांजैक्शन और नॉन फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन पर ₹8.50 प्रति ट्रांजैक्शन देना पड़ता है।
गूगल पर पेमेंट से जुड़े कई नियम बदले जाएंगे
1 जनवरी से गूगल पर आप पेमेंट से जुड़े कई नियम बदल जाएंगे। यह बदलाव रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के निर्देश पर किए जा रहे हैं। यदि एक आदमी गूगल के ऐप पर भी वीजा या मास्टर कार्ड से भुगतान करना चाहते हैं तो उनको अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड की पिन हर जगह डालनी होगी। गूगल अब इसे सेव नहीं कर पाएगा। अब टोकनाइजेशन सिस्टम के तहत पैसा का आदान-प्रदान होगा। दरअसल वॉलेट या यूपीआई में सेव कार्ड से हो रही ठगी को रोकने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इस तरह से कार्ड सेव करने की ऑप्शन को खत्म करने को कहा था।
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ऑनलाइन डेबिट क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने के भी नियम बदल जाएंगे
ऑनलाइन पेमेंट करना अब सामान्य हो गया है। ज्यादातर लोग अपने पास कैश रखने के बजाय ऑनलाइन पेमेंट करना पसंद करते हैं। चाहे वह शॉपिंग करना हो या खाना ऑर्डर करना हो या कैब बुक करनी हो, लोग ऑनलाइन ट्रांजैक्शन ही करना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। अपने पासवर्ड डेबिट और क्रेडिट कार्ड डिटेल्स उसी पोर्टल पर सेव करके रखते हैं। जिस कारण से ऑनलाइन बैंकिंग के साथ साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी में भारी बढ़ोतरी हो रही है।
इस ऑनलाइन पेमेंट सिस्टम को सुरक्षित बनाने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने सभी मर्चेंट और पेमेंट गेटवे से कस्टम के डेबिट और क्रेडिट कार्ड की संवेदनशील डिटेल हटाने के लिए कहा है, जो उनके पास सेव है। नए डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड के नियम एक जनवरी से अगले साल से लागू हो जाएंगे। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने मर्चेंट और पेमेंट गेटवे कॉलेज इन करने के लिए एन्क्रिप्टेड टोकन का उपयोग करने के लिए भी कहा है।
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