कोरोना भले ही चले जाने के दावे किए जा रहे हों, लेकिन यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ किसी भी तरह की ढिलाई बरतने के मूड में नहीं है। इस जंग में वे रोज कोई न कोई हथियार आजमाते रहते हैं। आज चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा संवर्ग के 310 नव चयनित विशेषज्ञ डाक्टरों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नियुक्ति पत्र बांटे। लखनऊ के लोक भवन में आयोजित कार्यक्रम में 15 जिलों में कोरोना की बायो सेफ्टी लेवल टू लैब का सीएम ने उद्घाटन भी किया। अभी तक प्रदेश में कोरोना वायरस की जांच के लिए 45 लैब हैं। अब इन नई लैब के खुलने से प्रदेश में कोरोना जांच की कुल 60 लैब हो जाएंगी। बाकी 15 जिलों में भी निर्माण चल रहा है और महीने भर में इनका भी शुभारंभ होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि एक चिकित्सक के प्रति सामान्य नागरिकों के मन में सम्मान का भाव है, लेकिन हाल के दिनों में इसमें गिरावट आई है। एक समय था कि जब लोग चिकित्सकों को धरती का भगवान करते थे, उस भावना को व्यवसायिकरण की वजह से चिकित्सकों ने खोया है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी के बाद स्वास्थ्य सुविधाओं में तेजी से बढ़ोतरी की जा रही है। जिन 15 जिलों में कोरोना की नई लैब का शुभारंभ होगा उनमें हापुड़, बागपत, शामली, संत कबीर नगर, भदोही, चंदौली, मुजफ्फर नगर, हमीरपुर, हरदोई, अमरोहा, सुलतानपुर, रामपुर, संभल, फर्रुखाबाद व पीलीभीत शामिल है। उधर प्रदेश में कुल 12 हजार डाक्टर हैं और इसमें से लगभग ढाई हजार विशेषज्ञ डाक्टर हैं।
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