प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जैसे ही तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया, किसानों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई। करीब एक साल से आंदोलन कर रहे किसानों को आज कार्तिक पूर्णिमा के दिन सरकार ने बड़ा तोहफा दिया। खबर मिलते ही किसानों के बीच मिठाइयां बंटने लगीं।
इस बीच विपक्षी नेताओं ने मोदी के ऐलान को ‘देर आयद, दुरुस्त ने कहा है कि जल्द ही बैठक करके आंदोलन वापसी की रणनीति पर चर्चा करेंगे। आयद’ करार दिया है। मीडिया के बातचीत में आरजेडी नेता मनोज झा ने कहा कि भले ही चुनाव के कारण सरकार ने फैसला लिया हो, हम उसका स्वागत करते हैं। लेकिन आंदोलन के कारण कई किसानों की मौत हुई, इसका बहुत दुख है। सरकार पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए कानून लाई थी, लेकिन जनता के दबाव के आगे झुकना पड़ा। आज किसानों की बहुत बड़ी जीत हुई। सबको बधाई।
पूर्व बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने कहा कि देर से लिया गया अच्छा फैसला है। ये फैसला पहले ही ले लेना चाहिए था। कांग्रेस नेताओं ने मोदी के फैसले को विपक्ष और किसानों की जीत करार दिया।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज राष्ट्र को संबोधित करते हुए किसानों के लिए बहुत बड़ा ऐलान किया। गुरु नानक देव जी के प्रकाशोत्सव पर पीएम मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान कर दिया। इसी के साथ करीब एक साल से चल रहा किसानों का आन्दोलन खत्म होने का रास्ता साफ हो गया है।