श्रावस्ती।
उत्तर प्रदेश के जनपद श्रावस्ती में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस एवं फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत एक अहम जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय के सभागार में संपन्न हुआ, जिसमें जिले भर से आए स्वास्थ्यकर्मियों, चिकित्सकों और संबंधित अधिकारियों ने भाग लिया।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य लोगों को कृमि संक्रमण और फाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारियों से बचाने के लिए जागरूक करना था। इस अवसर पर सीएमओ डॉ. अशोक कुमार सिंह ने बताया कि 10 अगस्त से जिले में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस और फाइलेरिया उन्मूलन के तहत विशेष दवा वितरण अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के दौरान एक से 19 वर्ष तक की आयु के सभी बच्चों को एल्बेंडाजोल टैबलेट खिलाई जाएगी, जिससे उनके शरीर में मौजूद पेट के कीड़े नष्ट हो सकें।
डॉ. सिंह ने कहा कि यह अभियान विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों के सहयोग से संचालित किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक बच्चों तक समय से दवा पहुंचाई जा सके। उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों को निर्देशित किया कि वे दवा सेवन के नियमों को स्पष्ट रूप से बताएं और यह सुनिश्चित करें कि बच्चे दवा निगलने के बाद कुछ समय तक सीधे खड़े रहें ताकि किसी भी प्रकार की जटिलता से बचा जा सके।
कार्यशाला के दौरान एसीएमओ डॉ. वी.के. श्रीवास्तव ने फाइलेरिया बीमारी की गंभीरता और उससे बचाव के उपायों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया एक संक्रामक बीमारी है जो संक्रमित मच्छरों के काटने से फैलती है और यह शरीर की लसीका प्रणाली (Lymphatic System) को प्रभावित करती है, जिससे हाथी पांव जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है। डॉ. श्रीवास्तव ने कहा कि इससे बचने के लिए फाइलेरिया रोधी दवाएं आयु के अनुसार दी जाती हैं, जिन्हें सही तरीके से खाना जरूरी है।
स्वास्थ्यकर्मियों को निर्देश दिए गए कि वे जनसामान्य को इस अभियान के महत्व के बारे में बताएं और घर-घर जाकर लोगों को दवा खिलाने के साथ-साथ फाइलेरिया से बचाव के उपाय भी समझाएं। साथ ही मच्छरों से बचाव, साफ-सफाई और जलजमाव न होने देने की अपील की गई।
इस अवसर पर एसीएमओ डॉ. कृष्णकांत, जिला मलेरिया अधिकारी आलोक कुमार, कंसल्टेंट बबीता वाजपेई, जिला कार्यक्रम प्रबंधक एनएचएम राकेश कुमार गुप्ता, सहित कई स्वास्थ्य अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।
कार्यशाला में मुख्य रूप से निम्न बिंदुओं पर जोर दिया गया:
-
एक से 19 वर्ष के बच्चों को एल्बेंडाजोल की खुराक देना।
-
स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से अभियान को जन-जन तक पहुंचाना।
-
फाइलेरिया की रोकथाम के लिए मच्छर जनित परिस्थितियों से बचाव।
-
लोगों को आयु के अनुसार फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन कराना।
-
अभियान के दौरान किसी भी असुविधा की स्थिति में तुरंत स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करने की सलाह।
बाइट:
सीएमओ डॉ. अशोक कुमार सिंह ने कहा –
“राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस और फाइलेरिया उन्मूलन अभियान हमारे बच्चों और समाज के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। स्वास्थ्यकर्मी पूरी लगन से इस अभियान को सफल बनाएं और यह सुनिश्चित करें कि कोई भी बच्चा या व्यक्ति दवा सेवन से वंचित न रहे।”
यह कार्यशाला न केवल स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से आयोजित की गई, बल्कि जिले में इस अभियान को सफल बनाने के लिए एक मजबूत रणनीति भी प्रस्तुत की गई। स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य है कि श्रावस्ती जनपद कृमि और फाइलेरिया मुक्त बने और हर व्यक्ति सुरक्षित और स्वस्थ जीवन जी सके।
Hind News 24×7 | हिन्द न्यूज़ Latest News & Information Portal