बैंक पहले टेक्नोलॉजी पर कुल परिचालन खर्च का 6 से 8 फीसदी के बीच खर्च कर रहे थे। यह वैश्विक औसत 10 से 12 फीसदी की तुलना में आधा ही है। पांच बैंकरों ने कहा कि आरबीआई ने बैंकों को तकनीक से संबंधित गड़बड़ियों को कम करने का निर्देश दिया है।
डिजिटल लेनदेन में वृद्धि से बैंक अब परिचालन खर्च का 10 फीसदी हिस्सा टेक्नोलॉजी पर खर्च कर सकते हैं। आधे दर्जन बैंक अच्छी सुविधा देने के लिए खर्च बढ़ाने की योजना बना रहे हैं। टेक्नोलॉजी में दिक्कत से आरबीआई ने कई बैंकों पर जुर्माना लगाया है।
बैंक पहले टेक्नोलॉजी पर कुल परिचालन खर्च का 6 से 8 फीसदी के बीच खर्च कर रहे थे। यह वैश्विक औसत 10 से 12 फीसदी की तुलना में आधा ही है। पांच बैंकरों ने कहा कि आरबीआई ने बैंकों को तकनीक से संबंधित गड़बड़ियों को कम करने का निर्देश दिया है। गार्टनर का अनुमान है कि भारत की बैंकिंग और निवेश सेवा फर्मों ने 2023 में प्रौद्योगिकी पर 11.3 अरब डॉलर खर्च किया है। अधिकांश बैंकों की कोर बैंकिंग प्रणालियां पुरानी हो चुकी हैं। इसलिए वे यह आकलन कर रहे हैं कि क्या प्रणालियाँ डिजिटल गतिविधि में वृद्धि को संभाल सकती हैं।
कोर सिस्टम को अपग्रेड करेगा बढ़ा हुआ निवेश
बढ़ा हुआ निवेश कोर सिस्टम को अपग्रेड करेगा। यह बैंकिंग परिचालन की रीढ़ है। साथ ही, डिजिटल धोखाधड़ी की बेहतर निगरानी, ग्राहक डेटा की सुरक्षा और ग्राहक सत्यापन के लिए तकनीक-संचालित प्रक्रियाओं पर काम करेगा। एक्सिस, आईसीआईसीआई बैंक और कोटक महिंद्रा जैसे अन्य बैंकों ने हाल ही में कहा, वे बढ़ती डिजिटल गतिविधि से निपटने के लिए आईटी खर्च बढ़ाएंगे।
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