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शारदा नदी ने तेज किया भू कटान, बेबस ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन कर राहत बचाव कार्य तेज गति से कराने की लगाई गुहार

पीलीभीत जनपद की पूरनपुर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत ट्रांस शारदा क्षेत्र में हजारा ग्राम, हजारा फार्म व शास्त्रीनगर गांवों के सामने शारदा नदी ने वर्षों बाद फिर से भू कटान करने का सिलसिला शुरू कर दिया है। शारदा नदी कहर बरपाती हुई किसानों की कृषि योग्य भूमि को फसलों समेत लील रही है। जिससे ग्रामीणों में हाहाकार मचा हुआ है।यहां आपको बता दें कि यह शारदा नदी 1990 से भू कटान करती हुई चली आ रही है। जबकि सरकारों द्वारा राहत बचाव कार्य करने के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किये जा चुके हैं। जिसका नतीजा शून्य रहा। अभी तक ट्रांस शारदा क्षेत्रवासीयों का भू कटान से पीछा नहीं छूटा है । यहां आपको बता दें कि सन् 1990 से अब तक कई सरकारें आईं और गईं पर किसी भी सरकार नें ट्रांस शारदा क्षेत्रवासियों को भू कटान जैसी गंभीर समस्या से छुटकारा नहीं दिलाया। हालांकि पीलीभीत जनपद से केन्द्र व राज्य की सरकारों में कई सांसद व विधायक मंत्री की कुर्सी पर बैठ चुके हैं। सन् 1990 से लेकर अब तक हजारों एकड़ कृषि योग्य भूमि, वन विभाग की भूमि एंव दर्जनों गांव शारदा नदी की लहरों में समाहित हो गये हैं। वहीं अब वर्षों बाद हजारा ग्राम, हजारा फार्म तथा शास्त्रीनगर के ग्रामीणों को शारदा नदी द्वारा दिए गये भू कटान रुपी जख्म फिर से हरे हो गये हैं। सन् 1992 – 93 में शारदा नदी द्वारा हुई भंयकर भू कटान करने के दौर को याद कर आज भी ग्रामीणों की रुह कांप जा रही है। कई सालों तक कटान पीड़ित सैंकड़ों परिवार सड़कों पर खानाबदोश जैसी जिंदगी जीने को मजबूर थे । अभी मुश्किल से कटान पीड़ितों की गृहस्थी पटरी पर आ ही रही थी कि दोबारा फिर से भू कटान का दंश झेलना पड़ रहा है। क्योंकि लगभग तीस साल बाद फिर से शारदा नदी भू कटान करती हुई कृषि योग्य भूमि को लहलहाती फसलों समेत अपनी आगोश में लेती हुई हजारा ग्राम व शास्त्रीनगर गांव की तरफ बढ़ रही है। वहीं भू कटान की रफ्तार को देखते हुए ग्रामीणों में हडकंप मचा हुआ है। वहीं ग्रामीणों के अनुसार चंद दिनों में ही शारदा नदी ने हजारा ग्राम के लगभग एक दर्जन किसानों की 15 – 20 एकड़ भूमि को फसलों समेत लील लिया है। वहीं भू कटान की इस विभीषिका को देख कर शुक्रवार को भू कटान पीड़ितों ने मौके पर जाकर शारदा नदी के किनारे एकत्र होकर शासन प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर तत्काल राहत बचाव कार्य शुरू कराये जाने की मांग की है। यहां हम स्पष्ट कर दें की अगर समय रहते शारदा नदी द्वारा होने वाली भू कटान को रोकने को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाये गये तो शारदा नदी के मुहाने पर बसे गांव भू कटान की जद में आ जायेंगे। जिससे ग्रामीणों को मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। इस गंभीर समस्या को लेकर कटान पीड़ितों ने क्या कहा है आगे विडियो में देखीये।

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